'साहित्य मनीषियों की अद्भुत दास्तानें' पुस्तक में हिंदी के तीन पीढ़ियों के अलग-अलग शख्सियत वाले इक्कीस बड़े साहित्यकारों की प्रेरणाप्रद जीवनियाँ सँजोई गई हैं, जिनका जीवन एक मिसाल है कि बड़ी से बड़ी मुश्किलें झेलकर भी हम कैसे अपनी राह टटोल सकते हैं और मंजिल को पा सकते हैं। ये साहित्यकार हैं- देवेंद्र सत्यार्थी, विष्णु प्रभाकर, रामविलास शर्मा, बाबा नागार्जुन, त्रिलोचन, भीष्म साहनी, रामदरश मिश्र, नामवर सिंह, विद्यानिवास मिश्र, श्यामाचरण दुबे, धर्मवीर भारती, रघुवीर सहाय, शैलेश मटियानी, कन्हैयालाल नंदन, विश्वनाथप्रसाद तिवारी, लाखनसिंह भदौरिया सौमित्र, डॉ. शेरजंग गर्ग, बालस्वरूप राही, हरिपाल त्यागी, विष्णु खरे, और बल्लभ सिद्धार्थ ।