"मैं लिख कर बात करता हूं" एक मनोरम पुस्तक है जो ग़ज़लों, कविताओं, शायरियों, और सूक्ष्म कहानियों के संग्रह के माध्यम से भावनाओं और अनुभवों की एक समृद्ध चित्र को एक साथ बुनती है। शीर्षक ही, जिसका अर्थ है "मैं शब्दों के माध्यम से बोलता हूं," लेखक की अनूठी आवाज़ का एक मार्मिक प्रतिबिंब है। पन्नों के भीतर, पाठक, प्रेम, रोमांस, विरह, अकेलापन, व्यंग्य, हास्य, प्रेरणा और बहुत सारे विषयों को शामिल करते हुए एक साहित्यिक यात्रा पर निकलेंगे। यह संकलन भाषा की शक्ति को प्रतिध्वनित करता है, क्योंकि लेखक ने भावपूर्ण ढंग से असंख्य भावनाओं को व्यक्त किया है, और पाठकों को शब्दों के कलात्मक उपयोग के माध्यम से मानवीय भावनाओं की गहराई का पता लगाने के लिए आमंत्रित किया है।