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Paperback कब सुधरोगे तुम...?: एक नया राज [Hindi] Book

ISBN: B0C498TCVY

ISBN13: 9789394967106

कब सुधरोगे तुम...?: एक नया राज [Hindi]

सदियों पुरानी कहावत है की 'जो जैसा करता है उसे उसका उसी तरह का परिणाम भी मिलता है'। लेकिन कभी-कभी अच्छे लोगों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है। वैसे भी ये दुनिया तो सुख और दुःख का संगम है। यहाँ पर हर इंसान को सुख और दुःख दोनों तरह के समुन्दर को पार करना पड़ता है और यही सार्वभौमिक सत्य है।

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Format: Paperback

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